Petrol Diesel Or gas Cylinder Price List 2024: दोस्तों, आज के समय में पेट्रोल, डीजल और गैस सिलेंडर हमारे दैनिक जीवन के महत्वपूर्ण हिस्सा है, इनके बिना अपना जीवन यापन कर पाना मुश्किल ही नही अपितु नामुम्किन है। आज का ये आर्टिकल आप सभी के लिए बड़े काम का है, हाल ही में देखा गया है की गैस सिलेंडर, डीजल और पेट्रोल के दामो में कुछ बदलाव हुआ है। इन वस्तुओ की कीमतों में होने वाले बदलाव से आम नागरिक पर सीधा असर उनके प्रतिदिन होने वाले खर्च पर देखा जा सकता है।
दोस्तों हर साल की तरह, 2024 में भी पेट्रोल, डीजल और गैस सिलेंडर की कीमतों में बदलाव होता रहेगा। भारत में यह बदलाव अंतरराष्ट्रीय तेल कीमतों, सरकारी नीतियों और टैक्स दरों के आधार पर होता है। इसलिए, यह जरूरी है कि हम हर महीने की ताज़ा कीमतों पर नज़र रखें। इस लेख में हम आपको इस महीने में पेट्रोल, डीजल और रसोई गैस सिलेंडर की कीमतों की जानकारी देंगे और समझाएंगे कि यह कीमतें क्यों बदलती हैं, तो आर्टिकल को अंत तक ज़रूर पढ़े।
गैस सिलेंडर के दाम
घरेलू रसोई गैस एलपीजी गैस सिलेंडर की बात करी जाए तो इसी कीमतों में कुछ महीनो से कोई बड़ा बदलाव देखने के लिए नहीं मिला था। हालांकि, 1 सितंबर 2024 को गैस सिलेंडर की नई कीमते जारी हुई है। इन नई कीमतों के अनुसार देखा जाए तो दिल्ली में 14.02 किलोग्राम वाले घरेलू एलपीजी गैस सिलेंडर की कीमत 803 रुपए है।
वहीं, अतिरिक्त शहरों की बात करी जाए तो दिल्ली में 803 रुपए, मुंबई में ₹802.5, कोलकाता में 829, चेन्नई में ₹818 और गुरुग्राम में 811 रुपए गैस सिलेंडर की नई कीमते है।
महत्वपूर्ण बाते, जो ध्यान देने योग्य है
- भारत के हर घर में सालाना 12 गैस सिलेंडर सब्सिडी वाले दाम पर मिलते है।
- 12 सिलेंडर के अतिरिक्त गैस सिलेंडर लेने के लिए बाज़ार का मूल्य चुकाना पड़ता है।
- एलपीजी की कीमतों में अंतिम महीने में अंतर्राष्ट्रीय मार्किट में उतार-चढ़ाव देखने को मिले, जिसका असर भी भारत में देखने को मिला है।
पेट्रोल के दाम
पेट्रोल की भी कीमतों में कुछ प्रमुख संशोधन दिन-ब-दिन होते ही रहते है, लेकिन अंतिम महीने में पेट्रोल की कीमतों में कोई प्रभाव देखने को नही मिला है, लेकिन आपको बता दे की 22 सितंबर 2024 को पेट्रोल के दाम कुछ इस प्रकार नजर आ रहे थे, दिल्ली में 94.72 रुपए, मुंबई में 103.44, कोलकाता में 104.95 और चेन्नई में 100.76 की कीमत देखी गई थी।
पेट्रोल की कीमत हर राज्य में अलग-अलग हो सकती है। सभी राज्यों में कीमतों में अंतर का मुख्य कारण यही है की राज्य सरकार द्वारा विभिन्न कर लगाए जाते है।
डीजल के दाम
हमेशा ये देखा गया है की डीजल की कीमतों में कुछ ज्यादा बदलाव नही होता है, डीजल के दाम में ज्यादातर स्थिरता देखने को मिलती है। 22 सितम्बर,2024 को डीजल के दाम प्रमुख शहरों में कुछ इस प्रकार है, दिल्ली में 87.62 रूपये प्रति लीटर, मुंबई में 89.97 रूपये प्रति लीटर, कोलकाता में 91.76 रूपये प्रति लीटर, चेन्नई में 92.35 रूपये प्रति लीटर और बेंगलुरु में 88.94 रूपये प्रति लीटर दाम देखनी को मिले है।
जैसा का की ऊपर कुछ प्रमुख राज्यों में डीजल के दाम देख कर ये अंदाजा लगाया जा सकता है की पेट्रोल की तरह डीजल के दाम भी हर राज्यों में अलग-अलग होते है। डीजल के दाम राज्य सरकार के द्वारा लागाए गए करो पर निर्भर करते है।
ईंधन को प्रभावित करने वाले कारक
- कच्चे तेल की कीमत – कच्चा तेल पेट्रोल और डीजल का मुख्य स्रोत होता है और भारत अपनी तेल जरूरतों का लगभग 95% आयात करता है। जिसके कारण अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव से ईंधन की कीमतें सीधी प्रभावित होती हैं।
- मुद्रा विनिमय दर – ईंधन के आयात के लिए भुगतान डॉलर में किया जाता है। अगर रुपये की तुलना में डॉलर मजबूत होता है, तो ईंधन की लागत बढ़ जाती है।
- सरकारी कर – पेट्रोल और डीजल पर लगाए गए केंद्रीय और राज्य स्तर के कर (जैसे उत्पाद शुल्क और वैट) भी ईंधन की खुदरा कीमतों को बढ़ाते हैं।
- मांग और आपूर्ति का संतुलन – अगर मांग अधिक होती है और आपूर्ति कम होती है, तो कीमतें स्वाभाविक रूप से बढ़ती हैं।
- डीलर कमीशन- पेट्रोल पंप मालिकों को दिया जाने वाला कमीशन भी कीमतों का एक हिस्सा होता है।
भविष्य की संभावनाए
- वैश्विक कच्चे तेल की कीमतें – भारत की पेट्रोल और डीजल की कीमतें काफी हद तक वैश्विक कच्चे तेल की कीमतों पर निर्भर करती हैं। अगर वैश्विक बाजार में तेल की कीमतें बढ़ती हैं, तो भारत में भी इसकी कीमतें बढ़ सकती हैं। सरकार अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में उतार-चढ़ाव को नियंत्रित करने के लिए टैक्स में बदलाव कर सकती है।
- वैकल्पिक ऊर्जा स्त्रोत्र – इलेक्ट्रिक वाहनों और नवीकरणीय ऊर्जा स्त्रोत्र का बढ़ता उपयोग पेट्रोल ,डीजल और एलपीजी गैस की मांग को कम कर सकता है, लेकिन यह प्रक्रिया दीर्घकालिक हो सकती है।
सरकारी नीतिया – कर नीतियों और सब्सिडी में बदलाव ईंधन की कीमतों को प्रभावित कर सकते हैं।