Bhagya Lakshmi Yojana 2025: दोस्तों भारत सरकार और राज्य सरकार मिलकर देश में बेटियों की स्थती सुधारने के लिए कही योजनाए चला रही है, ताकि देश में बेटियों के सशक्तिकरण को बढ़ावा दिया जा सके।इसलिए उत्तर प्रदेश राज्य सरकार ने एक बेहद लोकप्रिय योजना शुरू की है ‘भाग्यलक्ष्मी योजना’। इस योजना का उद्देश्य बेटियों को आर्थिक सहायता प्रदान करना है ताकि उनकी पढ़ाई पूरी की जा सके और आर्थिक रूप से मजबूत बनाया जा सके ताकि बेटियों के भविष्य को सुरक्षित बनाया जा सके। इस योजना के माध्यम से बेटियों के बेटीयो को 2 लाख रूपये दिए जाने का प्रावधान किया गया है।
पहली क़िस्त बेटी के जन के वक्त 50,000 रूपये दिए जाते है और इसके साथ में जिन गर्भावती औरतो ने बेटी को जन्म दिया है उन्हें भी 5100 रूपये दिए जाते है। इस योजना के माध्यम से उत्तर प्रदेश सरकार ने बेटियों के साथ में माँ को भी आर्थिक सुरक्षा प्रदान की है।अगर आपके घर में भी बेटी ने जन्म लिया है तो आप इस योजना का लाभ उठा सकते है। आज आपको इस लेख के माध्यम से इस योजना के बारे में विस्तार से बाताया जाएगा, तो लेख को अंत तक अवश्य पढ़े।
भाग्यलक्ष्मी योजना 2025 क्या है?
भाग्यलक्ष्मी योजना 2025 को शुरू करने का श्रेय उत्तर प्रदेश राज्य सरकार को जाता है। इस योजना को वर्ष 2006 में तत्कालिन मुख्यमंत्री के द्वारा शुरू की गई थी। इसके बाद अन्य सरकारो ने भी इस योजना को सक्रीय रूप से चालू रखा और समय-समय पर जरूरत के अनुसार इस योजना में बदलाव किए गए।
इस योजना के माध्यम से बेटियों को सरकार 50हज़ार रूपये का बांड प्रदान करती है, जो की बेटी के 21 वर्ष के होने पर इस बांड की राशि 2 लाख रूपये हो जाती है। इसके अलावा सरकार माता को देखभाल करने के लिए 5100 रूपये की आर्थिक सहायता प्रदान करती है।
इस योजना का मुख्य उद्देश्य यही है राज्य में लिंगानुपात में सुधार लाया जा सके, जिससे भ्रूण हत्या को रोका जा सके और इसके साथ में गरीब परिवार में जन्म लेने वाली बेटियों को आर्थिक रूप से सहायता प्रदान की जा सके।
उद्देश्य
इस योजना के माध्यम से केवल बेटियों को आर्थिक सहायता प्रदान करना ही उद्देश्य नही है बल्कि शिक्षा को बढावा देना भी है। इस योजना के माध्यम से सरकार राज्य में बालिका जन्म दर को बढावा दे सकती है, जिससे की समाज से भ्रूण हत्या जैसी बड़ी कुरीतियो को रोका जा सकता है। लेकिन इस योजना की एक सीमा भी है- इस योजना का लाभ तभी मिल पाएगा, जब बेटी नियमित स्कूल जाए। अगर बेटी 6 वर्ष की आयु तक स्कूल में दाखिला नही लेती है टीस योजना का लाभ नही मिल सकेगा।
पात्रता
- लाभ केवल उत्तर प्रदेश राज्य की निवासी बेटी को ही मिलेगा।
- बालिका का जन्म किसी भी पंजीकृत अस्पताल में होना चाहिए।
- बालिका की शादी 18 वर्ष के बाद होनी चाहिए।
- परिवार की वार्षिक आय 2 लाख से कम होनी चाहिए।
- बालिका को नियमित रूप से अध्ययन करवाना होगा।
- बालिका का समय पर टीकाकरण करवाना होगा।
- इस योजना का लाभ एक परिवार में अधिकतम दो बेटियों को ही दिया जाएगा।
आवश्यक दस्तावेज
- बालिका का जन्म प्रमाण पत्र
- माता-पिता का आधार कार्ड
- बीपीएल राशन कार्ड
- स्थायी निवास प्रमाण पत्र
- टीकाकरण कार्ड
- बैंक खाता
- विद्यालय में प्रवेश प्रमाण पत्र
- पिछली कक्षा की मार्कशीट
- आय प्रमाण पत्र
- पास पोर्ट साइज्ड फोटो
आवेदन प्रक्रिया
आपको बता दे की आप इस योजना के लिए ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों माध्यम से आवेदन कर सकते हो। आज आपको इस लेख में ऑफलाइन माध्यम से आवेदन करने की प्रक्रिया के बारे में विस्तार से बताया जाएगा।
- आवेदा करने के लिए आपको निकटतम आंगनवाड़ी केंद्र या महिला एवं बाल विकास परियोजना कार्यालय में संपर्क करना होता है।
- कार्यालय से निर्धारित फॉर्म लेकर भर दे और उसके साथ में सभी दस्तावेज सलंग कर संबंधित विभाग में जमा करा दे।
- विभाग द्वारा आपके दस्तावेजों की जांच की जाएगी, जिसके बाद पात्र परिवारों को योजना का लाभ प्रदान किया जाएगा।
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